बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस के वैक्सीन के विकास का चरण अब पूरा हो गया है। डिफेंस इंस्टीट्यूट अब इस टीके को पेटेंट कराने की प्रक्रिया में है। इसके अगले चरण में शोधकर्ता अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन के लिए संपर्क करेंगे। बेन्नेट ने कहा, ‘इस शानदार सफलता पर मुझे इंस्टीट्यूट के स्टाफ पर गर्व है।’ रक्षा मंत्री ने अपने बयान में यह नहीं बताया कि क्या इस वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल किया गया है या नहीं।
बेन्नेट ने अपने बयान में कहा कि इजरायल अब अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने की प्रक्रिया में संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। इजरायल के रक्षा मंत्री का यह दावा अगर सही है तो कोरोना से कराह रही दुनिया के लिए उम्मीद की किरण खुल जाएगी। कोरोना वायरस से अब तक दुनियाभर में 2,52,407 लोग मारे गए हैं और 36 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं।
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है। ब्रिटेन की ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी इंसानों पर सबसे बड़ा ट्रायल कर रही है। उधर, चीन और अमेरिका में भी इंसानों पर बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। भारत की भी कई कंपनियां कोरोना का वैक्सीन बनाने में जुटी हुई हैं।