Railway Group D : पेपर में धांधली का हुआ पर्दाफाश, पकड़ा गया मास्टरमाइंड
Railway Group D : रेलवे ग्रुप डी परीक्षा 2022 जो की पिछले महीने 17 अगस्त से शुरू हुई है. जहाँ अभी कुछ ही दिनों पहले पेपर लीक होने की खबर सामने आई थी तो अब वहीँ इस परीक्षा में फर्जीवाड़े का भी एक मामला सामने आया है जिसमे की आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. ये फर्जीवाड़ा परीक्षा में शामिल होने वाले एक अभ्यर्थी द्वारा किया गया जहाँ उसने खुद को मास्टरमाइंड समझा और और दो बार परीक्षा में शामिल हुआ वो भी अलग अलग नाम से. तो क्या है पूरा मामला, आइये जानते है डिटेल में.
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जैसा कि रेलवे ग्रुप डी की ऑनलाइन परीक्षा देश भर में अलग अलग फेज के अनुसार के आयोजित करायी जा रही है, तो वहीँ बिहार के एक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र से सनसनीखेज मामला सामने आया जिसमे फर्जी ढंग से दूसरी बार परीक्षा देने के मामले में आरोपी रजनीश कुमार को गिरफ्तार किया गया. जानकारी के लिए बता दें की आरोपी समस्तीपुर के चकबेली का रहने वाला है.
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Railway Group D : कैसे हुआ फर्जीवाडा ?
बिहार के मुजफ्फरपुर के कच्चिपक्की स्थित एक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र से रेलवे ग्रुप डी परीक्षा के अभ्यर्थी रजनीश कुमार को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया उस पर आरोप है की उसने फर्जी तरह से दो बार परीक्षा में शामिल होने की कोशिश की. पहले एल बार तो उसने रजनीश सिंह के नाम से 24 अगस्त को परीक्षा दी फिर उसके बार 01 सितम्बर को रजनीश कुमार के नाम से पेपर में शामिल हुआ था. आरोपी रजनीश के खिलाफ सेंटर अधीक्षक ने एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में आवेदन दिया है.
सेंटर अधीक्षक द्वारा पुलिस को बताया गया कि जैसा की नियम है कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में एडमिट कार्ड के साथ फोटोयुक्त दो प्रमाणपत्र लाना होता है, तो रजनीश कुमार ने परीक्षा केंद्र में प्रवेश के दौरान ड्राइविंग लाइसेंस और मैट्रिक का फोटोयुक्त एडमिट कार्ड दिखाया एवं जब उससे आधार कार्ड माँगा गया तो उसने कहा कि उसने आधार कार्ड नहीं बनवाया है. जिसके बाद उसे परीक्षा में प्रवेश दे दिया गया.
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Railway Group D : आरोपी निकला मास्टरमाइंड
बताया गया की जब परीक्षा समाप्त हुई तो आरोपी को शक की बुनियाद पे पूछताछ के लिए रोका गया, और जब उसके मोबाइल की तलाशी ली गयी तो उसमे उसके दो एडमिट कार्ड दिखे जिसमे एक उसकी 24 अगस्त की परीक्षा का था और दूसरा 01 सितम्बर का. जिसके बाद उससे कडाई से पूछताछ की गयी तो उसने सच कबूल लिया.
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साथ ही आपको ये बात जानकर और भी हैरानी होगी की सिर्फ रेलवे ग्रुप डी की ये परीक्षा ही नहीं बल्कि आरोपी ने मेट्रिक की परीक्षा भी अलग अलग नाम से दो बार दी है. सच को कबूल करते हुए आरोपी ने कहा कि उसने मैट्रिक की परीक्षा दो नाम से दो बार दी। और इन्हीं दो प्रमाणपत्रों के आधार पर वह रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा में दो बार शामिल हुआ। इस फर्जीवाड़े की जानकारी होने के बाद उस पर एफआईआर दर्ज करते हुए उसे पुलिस को सौंप दिया गया और अब शुक्रवार को उसे न्यायालय में पेश किया जायेगा।