उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवारों की सूची: पार्टियां और सीटें
[widget id=”custom_html-18″]
लोकसभा चुनाव 2024 का एलान कर दिया गया है, शनिवार 16 मार्च 2024 को मुख्य चुनाव आयोग के आयुक्त राजीव कुमार ने आने वाले लोकसभा चुनाव के तारीख की घोषणा कर दी है। आप को बता दे की पुरे देश में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होगा, प्रत्येक चरण अलग-अलग तारीखों पर होगा, 19 अप्रैल से वोटिंग प्रकिया शुरू होगी और 1 जून 2024 को वोटिंग समाप्त होगी। उसके तीन दिन बाद 4 जून 2024 को चुनाव के परिणाम की घोषणा की जाएगी। आज के इस लेख में हम उत्तर प्रदेश में विभिन्न दलों के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की सूची को देखेंगे। भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, यूपी में लोकसभा चुनाव सभी सात चरणों में कराए जाएंगे ।
Lok Sabha Elections 2024 – चुनाव की तारीख और चरण
चरण 1 : – लोकसभा चुनाव प्रथम चरण की वोटिंग 19 अप्रैल 2024 को होगा जिसमे 21 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 27 मार्च 2024 तक जमा करना होगा।
चरण 2 : – लोकसभा चुनाव दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल 2024 को होगा जिसमे 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 4 अप्रैल 2024 तक जमा करना होगा।
चरण 3 : – लोकसभा चुनाव तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई 2024 को होगा जिसमे 12 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 19 अप्रैल 2024 तक जमा करना होगा।
चरण 4 : – लोकसभा चुनाव चौथे चरण की वोटिंग 13 मई 2024 को होगा जिसमे 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 25 अप्रैल 2024 तक जमा करना होगा।
चरण 5 : – लोकसभा चुनाव पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई 2024 को होगा जिसमे 8 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 3 मई 2024 तक जमा करना होगा।
चरण 6 : – लोकसभा चुनाव छठे चरण की वोटिंग 25 मई 2024 को होगा जिसमे 7 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 6 मई 2024 तक जमा करना होगा।
चरण 7 : – लोकसभा चुनाव सातवें चरण की वोटिंग 1 जून 2024 को होगा जिसमे 8 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को चुना गया है, प्रथम चरण के लिए नामांकन 14 मई 2024 तक जमा करना होगा।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक में 2014 से पहले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जैसी स्थानीय पार्टियों का दबदबा था। लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव के बाद जब से वहां बीजेपी से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं। बीजेपी ने केंद्र और राज्य दोनों जगह अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में विपक्ष को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है और एक समय सत्ता में रहने वाली इन पार्टियों की लोकप्रियता अब धीरे-धीरे ख़त्म हो रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए स्थानीय पार्टियों ने कांग्रेस से हाथ मिलाया है। नीचे उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों और उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर उनके उम्मीदवारों के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा):
2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब पहली बार उत्तर प्रदेश के बनारस जिले से सासंद का चुनाव जीते तो किसी ने नहीं सोचा था की बीजेपी उत्तरप्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी , वैसे अब पिछले 10 सालों से उत्तर प्रदेश बीजेपी का गढ़ चूका है। बीजेपी से योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के दो बार सीएम बन चुके हैं। राम मंदिर के उद्घाटन और काशी की विकास को देखते हुए उत्तर प्रदेश में बीजेपी की लोकप्रियता आसमान छू रही। यह मान लेना सुरक्षित है कि पार्टी 2024 के आम चुनाव में शानदार प्रदर्शन करेगी। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने उत्तर प्रदेश की कुल 80 सीटों में से 62 सीटो पर जीतीं दर्ज की थी। इस बार भी उमीद है की बीजेपी पिछले बार से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन इस बार करेगी।
नरेंद्र मोदी – वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
महेंद्र नाथ पांडे – चंदौली (उत्तर प्रदेश)
राघव लखनपाल – सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
प्रदीप कुमार – कैराना (उत्तर प्रदेश)
डॉ. संजीव कुमार बालियान – मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)
ओम कुमार – नगीना (उत्तर प्रदेश)
सर्वेश सिंह – मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
घनश्याम लोधी – रामपुर (उत्तर प्रदेश)
परमेश्वर लाल सैनी – संभल (उत्तर प्रदेश)
कंवर सिंह तंवर – अमरोहा (उत्तर प्रदेश)
अरुण गोविल – मेरठ (उत्तर प्रदेश)
अतुल गर्ग – गाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश)
डॉ महेश शर्मा – गौतमबुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश)
डॉ भोला सिंह – बुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश)
सतीश गौतम – अलीगढ (उत्तर प्रदेश)
अनूप वाल्मिकी – हाथरस (उत्तर प्रदेश)
हेमा मालिनी – मथुरा (उत्तर प्रदेश)
सत्यपाल सिंह बघेल – आगरा (उत्तर प्रदेश)
राज कुमार चाहर – फ़तेहपुर सीकरी (उत्तर प्रदेश)
राजवीर सिंह (राजू भैया) – एटा (उत्तर प्रदेश)
दुर्विजय सिंह शाक्य – बदायूं (उत्तर प्रदेश)
धर्मेन्द्र कश्यप – आंवला (उत्तर प्रदेश)
छत्रपाल सिंह गंगवार – बरेली (उत्तर प्रदेश)
जितिन प्रसाद – पीलीभीत (उत्तर प्रदेश)
अरुण कुमार सागर – शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश)
अजय मिश्र ‘टेनी’ – खेरी (उत्तर प्रदेश)
रेखा वर्मा – धौरहरा (उत्तर प्रदेश)
राजेश वर्मा – सीतापुर (उत्तर प्रदेश)
जय प्रकाश रावत – हरदोई (उत्तर प्रदेश)
अशोक कुमार रावत – मिश्रिख (उत्तर प्रदेश)
साक्षी महाराज – उन्नाव (उत्तर प्रदेश)
कौशल किशोर – मोहनलालगंज (उत्तर प्रदेश)
राजनाथ सिंह – लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
स्मृति ईरानी – अमेठी (उत्तर प्रदेश)
मेनका गांधी – सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)
संगम लाल गुप्ता – प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)
मुकेश राजपूत – फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)
डॉ राम शंकर कठेरिया – इटावा (उत्तर प्रदेश)
सुब्रत पाठक – कन्नौज (उत्तर प्रदेश)
रमेश अवस्थी – कानपुर (उत्तर प्रदेश)
देवेन्द्र सिंह ‘भोले’ – अकबरपुर (उत्तर प्रदेश)
भानु प्रताप सिंह वर्मा -जालौन (उत्तर प्रदेश)
अनुराग शर्मा – झांसी (उत्तर प्रदेश)
कुँवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल – हमीरपुर (उत्तर प्रदेश)
आरके सिंह पटेल – बाँदा (उत्तर प्रदेश)
साध्वी निरंजन ज्योति – फ़तेहपुर (उत्तर प्रदेश)
राजरानी रावत – बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)
लल्लू सिंह – फैजाबाद (उत्तर प्रदेश)
रितेश पांडे – अंबेडकरनगर (उत्तर प्रदेश)
आनंद गोंड – बहराईच (उत्तर प्रदेश)
साकेत मिश्रा – श्रावस्ती (उत्तर प्रदेश)
कीर्ति वर्धन सिंह – गोंडा (उत्तर प्रदेश)
जगदंबिका पाल – डुमरियागंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र (उत्तर प्रदेश)
हरीश द्विवेदी – बस्ती (उत्तर प्रदेश)
प्रवीण कुमार निषाद – संतकबीरनगर (उत्तर प्रदेश)
पंकज चौधरी – महाराजगंज (उत्तर प्रदेश)
रवि किशन – गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)
विजय कुमार दुबे – कुशीनगर (उत्तर प्रदेश)
कमलेश पासवान – बांसगांव (उत्तर प्रदेश)
नीलम सोनकर – लालगंज (उत्तर प्रदेश)
दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ – आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश)
रवीन्द्र कुशावाहा – सलेमपुर (उत्तर प्रदेश)
कृपाशंकर सिंह – जौनपुर (उत्तर प्रदेश)
[widget id=”custom_html-19″]
समाजवादी पार्टी (सपा):
समाजवादी पार्टी एक समय उत्तरप्रदेश की सबसे प्रमुख पार्टी थी। स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के समय समाजवादी पार्टी का परचम बुलंदियों पर था। मुलायम सिंह यादव के समय उत्तरप्रदेश में कई बार समाजवादी पार्टी ने अपनी सरकार बनायीं और केंद्र में भी अपना दबदबा बनाया था लेकिन 2012 में जब समाजवादी पार्टी ने विधान सभा का चुनाव जीता और माजवादी पार्टी राष्ट्रया अध्यक्ष और मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव को बनाया गया था तो परिवारवाद और आपसी मतभेद के कारन उनकी लोकप्रियता में गिरावट आई और उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करना बंद कर दिया। लोकसभा चुनाव 2024 में वे भारत गठबंधन का हिस्सा हैं और उनके साथ बड़ी संख्या में सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। 2019 के आम चुनाव में एसपी यूपी की 80 सीटों में से सिर्फ 5 सीटें जीतने में कामयाब रही।
डिंपल यादव – मैनपुरी (उत्तर प्रदेश)
काजल निषाद – गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)
राम प्रसाद चौधरी – बस्ती (उत्तर प्रदेश)
लालजी वर्मा – अंबेडकरनगर (उत्तर प्रदेश)
अवधेश प्रसाद – फैजाबाद (उत्तर प्रदेश)
शिव शंकर सिंह पटेल – बांदा (उत्तर प्रदेश)
राजाराम पाल – अकबरपुर (उत्तर प्रदेश)
नवल किशोर शाक्य – फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)
अन्नू टंडन – उन्नाव (उत्तर प्रदेश)
आनंद भदौरिया – धौरहरा (उत्तर प्रदेश)
उत्कर्ष वर्मा – खीरी (उत्तर प्रदेश)
धर्मेन्द्र यादव – बदायूँ (उत्तर प्रदेश)
देवेश शाक्य – एटा (उत्तर प्रदेश)
अक्षय यादव – फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश)
रविदास मेहरोत्रा – लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
अफ़ज़ाल अंसारी – ग़ाज़ीपुर (उत्तर प्रदेश)
राजेश कश्यप – शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश)
उषा वर्मा – हरदोई (उत्तर प्रदेश)
आरके चौधरी – मोहनलालगंज (उत्तर प्रदेश)
एसपी सिंह पटेल – प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)
रमेश गौतम – बहराईच (उत्तर प्रदेश)
श्रेया वर्मा – गोंडा (उत्तर प्रदेश)
वीरेंद्र सिंह – चंदौली (उत्तर प्रदेश)
रामपाल राजवंशी – मिश्रिख (उत्तर प्रदेश)
बहुजन समाज पार्टी (बसपा):
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक समय बहुजन समाज पार्टी एक प्रमुख नाम थी। लेकिन 2012 के चुनाव के बाद से इनके लोकप्रियता में लगातार गिरावट आई है। इस साल इंडिया एलायंस के साथ वे अपनी लोकप्रियता और प्रमुखता वापस हासिल करना चाहेंगे। 2019 में बाकी विपक्षी पार्टियों की तुलना में बीएसपी ने अच्छा प्रदर्शन किया। वे उत्तर प्रदेश में 80 में से 10 सीटें सुरक्षित करने में सफल रही थी।
माजिद अली – सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
श्रीपाल सिंह – कैराना (उत्तर प्रदेश)
दारा सिंह प्रजापति – मुज़फ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)
विजेंद्र सिंह – बिजनौर (उत्तर प्रदेश)
सुरेंद्र सिंह पाल – नगीना (उत्तर प्रदेश)
मोहम्मद इरफ़ान सैफी – मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
जीशान खान – रामपुर (उत्तर प्रदेश)
शौलत अली – संभल (उत्तर प्रदेश)
मुजाहिद हुसैन – अमरोहा (उत्तर प्रदेश)
देववृत त्यागी – मेरठ (उत्तर प्रदेश)
प्रवीण बंसल – बागपत (उत्तर प्रदेश)
राजेंद्र सिंह सोलंकी – गौतमबुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश)
गिरीश चन्द्र जाटव – बुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश)
आबिद अली – आंवला (उत्तर प्रदेश)
अनीस अहमद खान – पीलीभीत (उत्तर प्रदेश)
दाउदराम वर्मा – शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी)
2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की लोकप्रियता और प्रमुखता में लगातार गिरावट आई है। अगर हम अकेले कांग्रेस की बात करें तो 2019 के आम चुनाव में उन्होंने उत्तर प्रदेश की 80 में से केवल 1 सीट जीती। अब 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में बीएसपी और एसपी से हाथ मिलाया है। ये गठबंधन कितना सफल होगा ये तो वक्त ही बताएगा।
इमरान मसूद – सहारनुपर (उत्तर प्रदेश)
दानिश अली – अमरोहा (उत्तर प्रदेश)
राम नाथ सिकरवार – फ़तेहपुर सीकरी (उत्तर प्रदेश)
अजय राय – वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
दानिश अली – अमरोहा (उत्तर प्रदेश)
आलोक मिश्रा – कानपुर (उत्तर प्रदेश)
प्रदीप जैन आदित्य – झाँसी (उत्तर प्रदेश)
तनुज पुनिया – बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)
अखिलेश प्रताप सिंह – देवरिया (उत्तर प्रदेश)
सदन प्रसाद – बांसगांव (उत्तर प्रदेश)
[widget id=”custom_html-21″]