धनतेरस मुहूर्त के अनुसार 27 साल बाद ऐसा सुखद संयोग हुआ है कि धनतेरस एक नहीं बल्कि दो दिन मनाया जाएगा. धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है, माना जाता है कि वह दिन था जब देवी लक्ष्मी दूधिया सागर के मंथन के दौरान समुद्र से निकली थीं। त्रयोदशी के शुभ दिन पर, देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर जो धन के देवता हैं, उनकी पूजा की जाती है। धनतेरस को धन्वंतरि त्रयोदसी या धन्वंतरि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, जो आयुर्वेद के भगवान की जयंती है। धनतेरस दिवाली समारोह की शुरुआत करता है जो भाई दूज के साथ समाप्त होता है। धनतेरस दिवाली से दो दिन पहले मनाया जाता है।
धन और समृद्धि के त्योहार को धनतेरस के नाम से जाना जाता है। जैसा कि इस बार तिथियों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कोई 22 अक्टूबर कह रहा है, जबकि कोई कह रहा है कि धनतेरस 23 अक्टूबर को पड़ेगा। धन धन का प्रतिनिधित्व करता है, और तेरस तेरहवें दिन को दर्शाता है। भारत में दिवाली त्योहार के पहले दिन को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। यह कृष्ण पक्ष के तेरहवें चंद्र दिवस पर मनाया जाता है। अतः धनतेरस 22 अक्टूबर को हो मनाना उचित है.
धनतेरस 22 अक्टूबर को शाम 6:02 बजे से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 6:03 बजे समाप्त होगा। ऐसे में आप धनतेरस के पहले दिन रात में और दूसरे दिन दिन भर खरीदारी कर सकेंगे. द्रिक पंचांग के अनुसार धनतेरस 22 अक्टूबर (शनिवार) को मनाया जाएगा। नीचे देखें पूजा का मुहूर्त:
प्रदोष काल – शाम 5:46 से 8:18 बजे तक
वृषभ काल – शाम 7:02 से 8:58 बजे तक
त्रयोदशी तिथि शुरू – 22 अक्टूबर 2022 को शाम 6:02
त्रयोदशी तिथि समाप्त – 23 अक्टूबर 2022 को शाम 6:03
पूजा नियम के अनुसार, धनतेरस पूजा सूर्यास्त के बाद होती है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धनतेरस की कथा का पाठ किया जाता है और शौचालय को छोड़कर पूरा घर दीयों से जगमगा उठता है। धनतेरस पर या उस दिन से पहले, बहुत से लोग अपने घरों की व्यापक सफाई करते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि एक स्वच्छ घर पर देवी लक्ष्मी की कृपा होती है। इस दिन लोग पीतल, चांदी और सोने से बनी वस्तुओं की खरीदारी करते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से सौभाग्य, सफलता और बुरी नजर से सुरक्षा मिलती है। बर्तन, सोने और चांदी के सिक्के खरीदने से लेकर आभूषण निवेश करने तक, धनतेरस इस उम्मीद के साथ मनाया जाता है कि हमारी समृद्धि और खुशी बढ़ेगी। आप संगमरमर, लकड़ी, पीतल, चांदी या किसी अन्य सामग्री से बनी मूर्तियाँ खरीद सकते हैं, आरती कर सकते हैं और फिर उन्हें अपने पूजा क्षेत्र में रख सकते हैं।
धनतेरस के दिन किए जाने वाले टोटके कभी कम प्रभावी नहीं होते, इस दिन कुछ टोटके करने से आपकी रातों रात किस्मत भी बदल सकती है। आइए जानते हैं धनतेरस के दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे ही आसान से टोटकों के बारे में…
1. मान-सम्मान और सफलता की प्राप्ति के लिए धनतेरस के दिन किसी ऐसे पेड़ से एक टहनी तोड़कर लाएं, जिस पेड़ पर चमगादड़ बैठती हो और इस टहनी पर गंगाजल के छींटे देकर अपने ड्राइंग रूम में रख दें। ऐसा करने से आपके जीवन में निरंतर धन की बढ़ोत्तरी होती है और समाज में आपका सम्मान बढ़ता है।
2. धनतेरस के दिन किसी मंदिर या धार्मिक स्थल पर केला या कोई अन्य सुगंधित पेड़ अपने हाथों से लगा दें और इस पेड़ की उचित देखभाल करें। जिस प्रकार यह पौधा बड़ा होने लगेगा, उसकी प्रकार आपके कारोबार का विस्तार होगा।
3. धनतरेस के दिन गऊ सेवा करें और गाय को हरा चारा जरूर खिलाएं। इस उपाय को करने से अपार धन की प्राप्ति होती है और मनुष्य समृद्धि के पथ की ओर अग्रसर होने लगता है।
4. धनतेरस के दिन अपनी नेक कमाई में से किन्नरों को कुछ धन जरुर दान करें और उनसे कोई एक सिक्का मांग कर अपनी तिजोरी में रख दें। इससे आपको भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
5. धनतेरस के दिन सफेद चीजें जैसे खील, बताशे, चावल, खीर, वस्त्र आदि दान करें। ऐसा करने से आपके बिजनेस में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और मां लक्ष्मी जी की कृपा से आपके घर में बरकत होगी और आपको धन की प्राप्ति होती है।
Note: All informations like Government Recruitment, Admission Forms, Admit Card, Result, Answer Key, Syllabus etc. are collected using data drawn from various paltforms ( respective official website, news media, social media & other platforms available on the internet ). The details provided here are on the basis of information collected from the above mentioned platforms, So Candidates are advised to must refers to the information available on official website only. We welcome all corrections and feedback using the button below.
Advertisement