बिहार में पढाई कर रहे छात्रों के लिए ये एक बड़ी खबर है, जैसा की लगभग 22 साल बाद बिहार की शिक्षा पद्धति अब बदलने जा रही है जिसका सीधा असर राज्य में मिलने वाली सरकारी नौकरियों पर पड़ेगा. बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में अगले सत्र से स्नातक स्तर पर सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) लागू किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही बीआरए बिहार विश्वविद्यालय समेत राज्य के सभी विश्वविद्यालयों का पाठ्यक्रम बदल जाएगा।
पाठ्यक्रम बदलने की जिम्मेदारी राजभवन की है। इसके लिए अनुरोध पत्र राजभवन को भेज दिया गया है। राजभवन अब कुलपतियों की कमेटी बनाकर सिलेबस बदलने का काम पूरा करेगा। नया सिलेबस नेट, बीपीएससी और यूपीएससी की परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा। इसके बाद ग्रेजुएशन का नया सिलेबस राजभवन की ओर से विश्वविद्यालयों को भेजा जाएगा।
विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन का सिलेबस 22 साल पुराना है। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रमुख प्रो. सतीश कुमार राय ने बताया कि तीन साल बाद पीजी पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया, लेकिन इन सभी वर्षों में स्नातक पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ. साल 2002, साल 2012 और फिर 2018 में पीजी के सिलेबस में बदलाव किया गया। पीजी में साल 2018 में सीबीसीएस लागू किया गया।
च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) में, छात्रों को नंबर के बजाय ग्रेड और क्रेडिट दिए जाते हैं। छात्र अपनी पसंद के अनुसार विषयों का चयन करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि हिंदी का कोई छात्र विज्ञान भी पढ़ना चाहता है, तो वह इसके लिए एक कक्षा चुन सकता है। छात्र को उसकी उपस्थिति और क्रेडिट अंक मिलेंगे।
एक पढाई से नौकरी मिलने का अर्थ ये है कि जिस तरह से इस नए सिलेबस को नेट, बीपीएससी और यूपीएससी की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जायेगा, जिससे छात्रों को काफी हद तक अपनी स्नातक डिग्री पूरी करने के साथ ही सरकारी नौकरियों की तैयारी करने का मौका मिलेगा और छात्र एक साथ कई तरह की नौकरियों और परीक्षाओं की तैयारी भी कर सकेंगे.
Note: All informations like Government Recruitment, Admission Forms, Admit Card, Result, Answer Key, Syllabus etc. are collected using data drawn from various paltforms ( respective official website, news media, social media & other platforms available on the internet ). The details provided here are on the basis of information collected from the above mentioned platforms, So Candidates are advised to must refers to the information available on official website only. We welcome all corrections and feedback using the button below.
Advertisement